विभाग की दूरदर्शिता
- भारत के प्रमुख विभागों में एक मनोविज्ञान विभाग व्यक्तिगत, सामाजिक और सामुदायिक विकास हेतु युवा पीढ़ी को ज्ञान और कौशल संपन्न बनाता है ।
विभाग का उद्देश्य
- विभाग विद्यार्थियों में गहनता से देखने की क्षमता को बढ़ावा देकर, मूल्य-निर्णय के अवसर प्रदान करके वैचारिक जगत में स्थान बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार करता है ।
विभाग के शैक्षणिक उद्देश्य
विभाग के निम्नलिखित विशेष शैक्षणिक उद्देश्य लक्षित हैं:
- स्नातक में मनोविज्ञान के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना।
- शिक्षण, शोध और उद्योग में करियर बनाने के लिए अपने विद्यार्थियों को तैयार और प्रशिक्षित करना ।
- इन शैक्षणिक लक्ष्यों को शोधोन्मुख विभाग के रूप
शैक्षणिक उत्कृष्टता, अंतःविषयक सहयोग और व्यापक सेवाओं के परिणाम लाना ।
विभाग के अपेक्षित परिणाम
हम अपने विद्यार्थियों में निम्नलिखित कौशल एवं क्षमताएं विकसित के लिए तैयार और प्रशिक्षित करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं:
- आधारभूत मनोवैज्ञानिक संकल्पना और प्रक्रिया की अच्छी समझ।
- मनोविज्ञान के प्रमुख सैद्धांतिक पहलुओं में प्रवीणता प्रदान करना।
- मानव व्यवहार की संदर्भगत समझ।
- मात्रात्मक और गुणात्मक अनुसंधान विधियों का आधारभूत ज्ञान।
- श्रुति परंपरा की कौशल का संवर्धन और जिज्ञासु प्रवृति केअनुकूल व्यवहार करते हुए चिंतनशील क्षमता को विकसित करें ।
- समाज में मनोविज्ञान की भूमिका को समझने में सक्षम होना।
- नैतिक संहिता और उत्तरदायित्व के आधारभूत तत्वों की समझ।